Insurance Kya Hai 2022 (बीमा क्या है)? बीमा कितने प्रकार के होते हैं?

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जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai)? बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)?: दोस्तों। आपने अपने दैनिक जीवन में बीमा शब्द तो सुना ही होगा। और हो सकता है कि आपने कई बार बीमा कराया भी हो। आज हम इस पोस्ट में बीमा से संबंधित तमाम जानकारियों के बारे में पढ़ने वाले हैं।

यह पोस्ट आपकी बीमा संबंधित सारी जिज्ञासाओं को खत्म कर देगा। इस पोस्ट में हमने सभी प्रकार के बीमा पॉलिसियों के बारे में बताया है। इस पोस्ट में आपको बताया जाएगा कि बीमा कैसे कराएं और बीमा कराने के क्या-क्या फायदे हैं।

आपने अक्सर लोगों को बात करते हुए सुना होगा कि बीमा क्या है (Insurance Kya Hai)? बीमा से आप क्या समझते हैं? Insurance (बीमा) कितने प्रकार के हैं? बीमा कितने प्रकार के होते हैं। यदि आप भी इन्हीं सवालों का जवाब ढूढना चाहते हैं. तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़िए।

Table of Contents

जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai)? बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)?

इस पोस्ट के माध्यम से आपको जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai) के अंतर्गत खरीदे जाने वाले मुख्य बीमा के बारे में बताया जाएगा। साथ ही साथ वाहन बीमा (Motor Insurance) के बारे में भी बताया जाएगा। जैसे कि स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) वाहन बीमा (Motor Insurance) यात्रा बीमा (Travel Insurance). फसल बीमा (Crop Insurance) घर का बीमा. (Home Insurance). प्रॉपर्टी इंश्योरेंस (Property Insurance). मोबाइल इन्शुरन्स (Mobile Insurance). क्या होते हैं।

साथ ही साथ हम किसानों के लिए मिलने वाले फसल बीमा (Crop insurance) बारे में भी विस्तार से जानेंगे और चर्चा करेंगे कि फसल बीमा (Crop Insurance) फसल बीमा क्या है (Insurance Kya Hai)? (PMFBY) पीएमएफबीवाई क्या है? Crop insurance (फसल) बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)? फसल बीमा योजना से क्या आशय है? प्रधानमंत्री फसल बीमा कैसे करते हैं? फसल बीमा में कितना पैसा मिलता है?

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से क्या परिवर्तन आया? मौसम आधारित फसल बीमा क्या है (Insurance Kya Hai)? पीएमएफबीवाई के तहत कितनी फसलें आती हैं?

तो दोस्तों जानते है बीमा संबंधित आपके सवालों के बारे में।

1. बीमा क्या है (Insurance Kya Hai)? (Insurance Kya Hai) बीमा से आप क्या समझते हैं?

अक्सर यह सवाल किया जाता है कि बीमा क्या है (Insurance Kya Hai)? और बीमा से आप क्या समझते हैं। तो दोस्तों आइए इसे आसान भाषा में समझने की कोशिश करते हैं।

बीमा एक ऐसी सुविधा है, जिसके तहत आप भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं के लिए पहले से आर्थिक रूप से तैयार होते हैं। बीमा के द्वारा हम भविष्य में किसी भी होने वाली घटना से होने वाले नुकसान की आर्थिक लागत की भरपाई ले सकते हैं। बीमा आपके वाहन से लेकर आप स्वयं पर भी ले सकते हैं।

यदि आपके साथ कोई अप्रिय घटना हो जाती है। या किसी दुर्घटना में आपकी कार क्षतिग्रष्त हो जाती है। तो आपकी कार के नुकसान की भरपाई वो कंपनी करेगी। जिससे आपने बीमा खरीदा है।

दोस्तों बीमा देने वाली कंपनी आपसे बीमा देने के कुछ पैसे लेती है। जिसे प्रीमियम कहा जाता है। उसके बाद ग्राहक और कंपनी के बीच एग्रीमेंट साइन होता है, जिसके तहत यदि भविष्य में कुछ घटनाएं सामने आती हैं। तो आप कंपनी से अपने नुकसान की भरपाई करा सकते हैं।

दोस्तों उम्मीद है कि आप समझ गए होंगे कि बीमा क्या है (Insurance Kya Hai)? (Insurance Kya Hai) और बीमा से आप क्या समझते हैं? बीमा के कई प्रकार हो सकते हैं। आइए अब जानते है बीमा कितने प्रकार के हैं? (बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kya Hai aur Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain?)

2. बीमा कितने प्रकार के हैं? बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)?

अब हम बात करेंगे की बीमा कितने प्रकार के हैं? बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)? दोस्तों बीमा कंपनियों के द्वारा विभिन्न प्रकार के बीमा दिए जाते हैं। आप अपनी जरूरत के अनुसार किसी भी प्रकार का बीमा करा सकते हैं। आमतौर पर बीमा दो प्रकार का होता है।

(a) जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai)
(b) साधारण बीमा क्या है (General Insurance Kya Hai)

जीवन बीमा क्या है (Life

insurance Kya Hai)

भारत में घर परिवार का मुख्य अक्सर मर्द ही होता है। भारत में सड़को पर बहुत अधिक ट्रैफिक होने की वजह. से काफ़ी बड़े पैमाने पर सड़क दुर्घटनाओं में लोग जान गंवाते हैं। परिवार के मुख्या की मृत्यु के बाद घर चलाना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे में बीमा कंपनी मृत्यु के बाद बीमा एग्रिमेंट के तहत मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देती है। ताकि वो लोग अपना जीवन बसर कर सके। अर्थात किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद बीमा कंपनी मृतक के परिवार को पैसे देती हैं। इसे ही जीवन बीमा कहा जाता है। आशा है कि आप जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai) के बारे में जान गए होंगे।

साधारण बीमा (General insurance Kya Hai)

साधारण बीमा (General Insurance) आपकी दैनिक जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai) से संबंधित चीज़ों को दिया जाता है। यह बीमा भौतिक रूप से इस्तेमाल होने वाली चीजों पर दिया जाता है। इसके कई प्रकार होते हैं। जैसे की आप घर पर बीमा ले रहे हैं। ( Home insurance ) कार पर लोन ले रहे हैं। (Car insurance) वाहन बीमा, (Motor Insurance), स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) यात्रा बीमा. (Travel Insurance). किसानों के लिए फसल बीमा (Crop Insurance) कारोबार उत्तरदायित्व बीमा (Business Liability Insurance) इत्यादि।

स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance Kya Hai) क्या है

Health Insurance Kya Hai (स्वास्थ्य बीमा क्या है)? स्वास्थ्य बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)? आपको पता ही होगा की बड़े बड़े अस्पतालों में छोटी छोटी बीमारियों का भी कितना बिल आता है। यदि आपको अचानक कोई बीमारी हो जाती है, तो आप महंगे मेडिकल बिल बिलों से बचा सकता है।

स्वास्थ्य बीमा के तहत आपको होने वाली बीमारियों का बिल उस कंपनी से भरवा सकते हैं। जिससे आपने बीमा खरीदा है। यदि आपको अचानक बीमारी हो जाती है। और घर पर पैसे नही है तो आप इस स्तिथि में बीमा लोन की मदद ले सकते हैं।

स्वास्थ्य बीमा खरीदने के कई प्रकार के फायदे होते हैं अक्सर स्वास्थ्य बीमा उन लोगों को जरूर खरीदना चाहिए जो बाहर काम करते हैं या जिनका परिवार उन्हीं पर आश्रित होता है यदि किसी कारणवश को किसी बीमारी या दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं तो ऐसे में घर को चलाने वाला कोई नहीं रहता और घर में पैसे संबंधी काफी दिक्कत हो जाती है इन्हीं दिक्कतों से बचने के लिए स्वास्थ्य बीमा लाभदायक है।

कई बार ऐसा होता है की पैसे की तंगी की वजह से हमें बेहतर इलाज नहीं मिल पाता यदि हमारे पास पहले से ही स्वास्थ्य बीमा होगा तो हम को बेहतर इलाज भी मिल जाएगा क्योंकि इलाज का पैसा बीमा कंपनी देगी इस तरह से आप बेहतर मेडिकल सुविधाएं ले सकते हैं।

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वाहन बीमा (Motor Insurance Kya Hai) क्या है

Motor Insurance Kya Hai (वाहन बीमा क्या है)? वाहन बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)? वाहन बीमा के अंर्तगत वाहनों का बीमा किया जाता है। जिसमे बीमा कंपनी के द्वारा मानव निर्मित और प्राकृतिक घटनाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई कि जाती है। वाहन बीमा के कई प्रकार हो सकते हैं।

यदि आपकी कार या वाहन से किसी अन्य की कार या वाहन में नुकसान होता है। तो आपको कानूनन उस नुकसान की कीमत चुकानी पड़ती है। यदि आपने पहले से ही किसी कंपनी से बीमा खरीद रखा है। तो आपके नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करेगी। और आपको इसके नुकसान की भरपाई नहीं देनी पड़ेगी।

वाहन बीमा अत्यंत जरूरी हो गया है। भारत की अधिकतर सड़कें संकरी हैं। कई बार आप खूब अच्छी तरह से ड्राइव कर रहे होते हैं। मगर सामने वाला आपकी कार को एक्सीडेंट कर देता है। इसलिए ही इन जोखिमों से बचने के लिए वाहन बीमा जरूरी हो गया है।

यात्रा बीमा (Travel Insurance Kya Hai) क्या है

Travel Insurance Kya Hai (यात्रा बीमा क्या होता है)? यात्रा बीमा (Travel Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain) कितने प्रकार के होते हैं? इस स्वाला का जवाब भी इसके नाम में छिपा हुआ है। यात्रा बीमा (Travel Insurance) के अंतर्गत आपको बीमा कंपनी के द्वारा उन लोगों के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। जो यात्रा बीमा (Travel Insurance) कंपनी से खरीदते हैं।

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यात्रा बीमा (Travel Insurance) आपकी यात्रा के द्वारा आने वाले मानवीय या प्राकृतिक नुकसान की भरपाई करता है। यात्रा बीमा (Travel Insurance) के अंतर्गत आपको घरेलू या विदेशी दोनो प्रकार की यात्राओं के लिए उपलब्ध कराया जाता है। यदि किसी प्रकार का ग्राहक को यात्रा के दौरान होता है, तो कंपनी उसकी भरपाई करती है।

यदि आपकी यात्रा के दौरान फ्लाइट या ट्रेन मिस हो जाती है। तो इसका मुआवजा राशि भी कंपनी के द्वारा दी जाती है। सबसे अच्छी बात ये है कि यात्रा बीमा (Travel Insurance) को कहीं से ओर कहीं से भी खरीदा जा सकता है। यह सुविधा पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध है।

भागदौड़ भरी जिंदगी में यात्रा बीमा (Travel Insurance) आज के युग की अहम जरूरत बन गई है।

फसल बीमा (Crop Insurance Kya Hai) क्या है

Crop insurance Kya Hai (फसल बीमा क्या है)? फसल बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)? भारत एक कृषि प्रधान देश है। भारत में नहरों का जाल अच्छी तरह से नहीं बिछाया गया है। जिसकी वजह से कई बार किसानों की फसल बिना पानी के सूख जाती हैं। भारत की कृषि मुख्यत यहां के मोसम और जलवायु पर निर्भर करती है। कई बार मानसून समय पर नहीं आता है तो कई बार अधिक बारिश के कारण बाढ आ जाती है। कई बार तो सूखा पड़ जाता है।

अर्थात मौसम पूर्वानुमान लगाया नही जा सकता है। जिसके कारण फसल के खराब होने का डर हमेशा किसानों को सताता ही रहता है।

किसानों के हितों के लिए ही फसल बीमा (Crop Insurance kya hai) की शुरुआत की गई थी। फसल बीमा के अंतर्गत किसान की किसी भी कारणवश फसल खराब हो जाने की नुकसान की भरपाई कंपनी के द्वारा दी जाती है।

फसल बीमा (Crop Insurance) के तहत यदि किसी किसान की फसल किसी प्राकृतिक आपदा में खराब हो जाती हैं। जैसे की तूफान, सूखा, बाढ़ या पशुओं के खा जाने से, तो कंपनी इसका नुकसान भरपाई करती है। कई बार ऐसा होता है की फसल का टाइम जब आता है। तो मार्केट में फसल के दाम बहुत गिर जाते हैं। जिसकी वजह से किसानों का भारी नुकसान होता है। इस स्तिथि में भी फसल बीमा (Crop Insurance) की सुविधा ली जा सकती है।

घर का बीमा (Home Insurance Kya Hai) क्या है

Home Insurance Kya Hai (घर का बीमा क्या है)? घर का बीमा (Home Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain) कितने प्रकार के होते हैं? कहते हैं कि अपना घर तो अपना होता है। इंसान की सबसे प्यारी चीज़ उसका घर ही होता है। कई बार लोग घर लोन लेकर बनाते हैं। कई बार

दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे की मदद लेकर बनाते हैं। एक घर का निर्माण करना काफी महंगा होता है। इसलिए घर के लिए भी बीमा कराना चाहिए।

अब आप सोच रहे होंगे कि घर के लिए बीमा की क्यों आवश्यकता होगी? जैसा कि आपने दिल्ली दंगो के बारे में तो सुना ही होगा। जिसके दंगाई भीड़ ने हजारों घरों को जलाकर राख कर दिया। आप आसाम और हिमाचल की बाढ़ की खबर सुनते ही होंगे। गृह बीमा के तहत आप दंगे या बाढ़ की स्तिथि में बीमा कंपनी से मुआवजा ले सकते हैं। यह सुविधा भूकंप के दौरान क्षतिग्रस्त हुए घर के लिए भी उपलब्ध है।

घर का बीमा ( Home insurance) के तहत आप तीन प्रकार के बीमा के लिए अप्लाई करसकते हैं। पहला सिर्फ घर के ढांचे के लिए, दूसरा घर के ढांचे के साथ-साथ उसके अंदर के सामान के लिए और तीसरा सिर्फ सामान ही सामान के लिए।

उपरिलिखित तीनों बीमा पॉलिसी से कोई भी आप अपनी सुविधा के अनुसार बीमा खरीद सकते हैं। और भविष्य में होने वाले नुकसान से निश्चिंत हो सकते हैं।

प्रॉपर्टी इंश्योरेंस (Property Insurance Kya Hai) क्या है

संपत्ति बीमा संपत्ति के ज्यादातर जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह नुकसान किसी भी प्रकार से हो सकते हैं। जैसे आग, चोरी और कुछ मौसम क्षति। इसमें बीमा के विशेष रूप जैसे आग बीमा, बाढ़ बीमा, भूकंप बीमा, गृह बीमा, या बॉयलर बीमा शामिल हैं। Home insurance ( गृह बीमा ) भी एक प्रकार से प्रॉपर्टी इंश्योरेंस (Property Insurance)
का ही हिस्सा है।

संपत्ति बीमा। जैसा कि नाम से पता चलता है। प्रॉपर्टी इंश्योरेंस (Property Insurance) संपत्ति के मालिक या किरायेदार को संपत्ति की क्षति और चोरी के खिलाफ कवर प्रदान करता है। इसका उपयोग किसी भवन की संरचना, या भवन के अंदर रखी गई सामग्री के लिए किया जा सकता है। यदि आप किसी के घर में किराए पर रहते हो तोभी यह बीमा ले सकते हैं। यह बीमा किरायेदारों की प्रॉपर्टी कवर करने के लिए किया जाता है।

मोबाइल इन्शुरन्स (Mobile Insurance Kya Hai) क्या है

वर्तमान युग में मोबाइल फोन इतना जरूरी हो गया है कि इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन के आने पर मोबाइल की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है। वो अविश्वसनीय है। आजकल मोबाइल में हमारी जिंदगी समा गई है। हम सभी अच्छे फीचर्स का फोन रखना पसंद करते हे। मगर जितना अच्छा फीचर , उतना महंगा फोन। आज के युग में सब महंगा फोन रखना पसंद करते हैं।

आपको शायद पता होगा कि मोबाइल फोन का भी बीमा करवाया जा सकता है। मोबाइल फोन से अधिकांश बिजनेस चल रहे हैं। और lockdown के दौरान ,मोबाइल फोन से ही वर्क फ्रॉम होम और स्टडी फ्रॉम रूम संभव हो पाया है। यदि किसी कारणवश आप का मोबाइल खराब हो जाता है। तो आपको नया मोबाइल के लिए खर्चा करना पड़ता है।

यदि आपके पास मोबाइल इंश्योरेंस है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपका मोबाइल पानी में भीग जाता है, तर खराब हो जाता है। चोरी हो जाता है। या अन्य किसी कारण से आपका मोबाइल संबंधित नुकसान हो जाता है। तो आप बीमा कंपनी के पास से नया फोन ले सकते हैं। या कंपनी आपके फोन को ही मरम्मत करा कर देगी। आपको अन्य कोई खर्चा करने की जरूरत नहीं है।

आजकल बाजारों में चोर और मोबाइल स्नैचर बहुत हो गए हैं। ऐसे में आपके पास मोबाइल इंश्योरेंस हो तो आप निश्चिंत रह सकते हैं।

आशा करता हूं की आपको मोबाइल

मोबाइल इन्शुरन्स (Mobile Insurance kya hai) क्या है? समझ आ गया होगा।

3. जीवन बीमा (Life Insurance Kya Hai), लाइफ इन्शुरन्स क्या है इन हिंदी? जीवन बीमा क्या है इन हिंदी

दोस्तों आपने बहुत एडिटिंग और होर्डिंग्स देखे होंगे। जो लोगों को जीवन बीमा के लिए प्रेरित करते हैं। अब सवाल यह बनता है कि आखिरकार जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai)? जीवन बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)?

जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai) के तहत आपको आपके किसी एक्सीडेंट में मरणोपरांत आपके परिवार को सहायक राशि दी जाती है। ताकि आपके परिवार को अपना जीवन यापन करने के लिए किसी दूसरे के आगे हाथ ना फैलाना पड़े। यदि आपका कहीं एक्सीडेंट हो जाता है, तो इंश्योरेंस कंपनी इसके लिए आपको पैसे देती है।

आसान भाषा में कहा जाए तो जीवन बीमा (Life Insurance Kya Hai) ग्राहक और इंश्योरेंस कंपनी के बीच ऐसा एग्रीमेंट है, जिसके तहत इंश्योरेंस कंपनी को ग्राहक बीमा पॉलिसी खरीदने के कुछ राशि देता है। बदले में इंश्योरेंस कंपनी ग्राहक की मृत्यु के पश्चात आर्थिक सहायता देती है।

जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai) का मुख्य उद्देश्य मृत्यु के बाद उन लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। जो मृतक व्यक्ति पर आश्रित लोगों को दर दर की ठोकरें खाने से बचाता है।

मित्रों! आप समझ गए होंगे कि जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai)? लाइफ इन्शुरन्स क्या है इन हिंदी? जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai in Hindi) इन हिंदी क्या होते हैं। जीवन बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)? अब हम जानेंगे की जीवन बीमा से क्या लाभ होता है?

जीवन बीमा से क्या लाभ होता है?

दोस्तों। अधिकतर माता पिता को यही चिंता रहती है। यदि किसी कारणवश उनकी मौत हो जाए। तो ऐसे में उनके बच्चों का क्या होगा। ऐसे ही खयालों को ध्यान में रखते हुए जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai) की शुरुआत की गई। जीवन बीमा से कई प्रकार के लाभ आपको दिए जाते हैं।

आपका बच्चे या परिवार का भविष्य सुरक्षित रहता है।
आपको अपने बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।

यदि आपके साथ कुछ अप्रिय घटना हो जाती हैं, तो आपके परिवार की सुरक्षा बनी रहती है।

आपके साथ कोई हादसा हो जाता है। तो आपके जाने के बाद परिवार के खर्च और आपका कर्जा उतारने के लिए इंश्योरेंस कंपनी पैसे देती है।

यदि आपको जीवनकाल के दोरान पैसों की जरूरत पड़ती है। तो जीवन बीमा के तहत आपको लोन भी मिलने में आसानी होती है। क्योंकि बैंको को पैसे डूबने की चिंता नहीं होती। यदि आपकी मृत्यु लोन का भुगतान करने से पहले हो गई तो। इस लोन को आपके परिवार को नहीं भरना पड़ेगा। इंश्योरेंस कंपनी आपका यह लोन भर देगी।

अर्थात जीवन बीमा एक ऐसी योजना जिसको आपको हर हाल में खरीदना चाहिए। क्योंकि आपको और आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित होता है।

टर्म लाइफ इन्शुरन्स पालिसी क्या है? टर्म इंश्योरेंस क्या है (Term Insurance Kya Hai)?

Term life insurance Kya Hai? जीवन बीमा का ही एक प्रकार है। जिसके तहत कंपनी

और ग्राहक के बीच एक निश्चित अवधि के लिए एग्रीमेंट होता है। जैसे कि यदि आपने टर्म इंश्योरेंस को 15 सालों के लिए ही खरीदा है, आपकी मृत्यु यदि इन 15 सालों के बीच में होती है। तो आपको बीमा लाभ दिया जाएगा। यदि आप के साथ अप्रिय स्थिति नहीं आती है तो आपको बीमा लाभ नहीं दिया जाएगा।

लाइफ इन्शुरन्स पालिसी के तहत आपको निश्चित अवधि (term) के लिए सुविधा का लाभ दिया जाता है। जैसे की जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai) के अंतर्गत आपको 100 वर्षों तक लाभ दिया जाता है। मगर टर्म इंश्योरेंस के तहत आपको 10,15,20 वर्षों तक ही सुविधा के लिए लाभ दिया जाता है। यह समय अवधि आपके इंश्योरेंस पॉलिसी के ऊपर निर्भर करती है।

अक्सर देखा जाता है कि वृद्ध लोग टर्म इंश्योरेंस खरीदते हैं। क्योंकि बुढ़ापे में माता पिता को बच्चों की अधिक फिक्र होती है। ऐसे में वो लोग एक निश्चित अवधि के लिए बीमा खरीदते हैं।

दोस्तों अब आप समझ गए होंगे कि टर्म लाइफ इन्शुरन्स पालिसी क्या है? टर्म इंश्योरेंस क्या है? और यह लाइफ इंश्योरेंस से कैसे भिन्न होता है।

लाइफ इंश्योरेंस क्या है (Life Insurance Kya Hai)?

लाइफ इंश्योरेंस का मुख्य उद्देश्य मृत्यु के बाद उन लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। जो मृतक व्यक्ति पर आश्रित लोगों को दर दर की ठोकरें खाने से बचाता है।

यदि आपके साथ कोई हादसा हो जाता है। तो आपके जाने के बाद परिवार के खर्च और आपका कर्जा उतारने के लिए इंश्योरेंस कंपनी पैसे देती है।

SBI लाइफ इन्शुरन्स पालिसी डिटेल्स

SBI लाइफ इन्शुरन्स पालिसी डिटेल्स के मुख्य बिंदु निम्न प्रकार हैं।

यह बात ध्यान रखने योग्य है कि मूल बीमा राशि आपके प्रीमियम के ऊपर निर्भर करती है। SBI लाइफ इन्शुरन्स पालिसी डिटेल्स को उपरिलिखित पंक्तियों से समझा जा सकता है।

जीवन बीमा और सामान्य बीमा के बीच अंतर

Life Insurance (जीवन बीमा) के अंतर्गत बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर ही बीमा राशि परिवार को दी जाती है। जबकि सामान्य बीमा के अंतर्गत जान जोखिम के अलावा अन्य क्षति को भी पूरी करता है।

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जीवन बीमा एक लंबा प्रोसेस है। जो कई वर्षो तक चलता रहता है। वहीं दूसरी ओर सामान्य बीमा निश्चित आयु के लिए अनुबंध है। जैसे की आप अपनी कार या बाइक का इंश्योरेंस एक साल का कराते हैं। यह सामान्य बीमा के अंतर्गत आता है।

Life Insurance (जीवन बीमा) की प्रीमियम राशि का भुगतान जीवनकाल के दौरान किया जाता है। मगर सामान्य बीमा की प्रीमियम राशि को एक बार में ही देना पड़ता है। आपने देखा होगा कि आप जब अपनी बाइक का इंश्योरेंस कराते हैं। तो आपको एक साथ भुगतान करना पड़ता है।

आशा है कि आप अब Life Insurance (जीवन बीमा) और सामान्य बीमा के बीच अंतर को समझ गए होंगे। जीवन बीमा और सामान्य बीमा के बारे में इसी पोस्ट के उपरिलिखित हिस्से में विस्तार से बताया गया है। जीवन बीमा और सामान्य बीमा के बीच अंतर जानने के बाद। आइए अब जानते हैं कि जीवन बीमा कितने साल तक होता है?

जीवन बीमा कितने साल तक होता है?

जीवन बीमा की आयु बीमा कंपनी के ऊपर निर्भर करता है। अधिकतर बीमा कंपनी 75 से लेकर

85 वर्षों तक के लिए जीवन बीमा दिया जाता है।

बेस्ट लाइफ टर्म इन्शुरन्स पालिसी

आइए दोस्तों, जानते हैं कि की कोन से बेस्ट लाइफ टर्म इन्शुरन्स पालिसी का आप लाभ ले सकते हैं।

1. एलआईसी के द्वारा दिया जाने वाला टेक टीम इंश्योरेंस जिसको न्यूनतम 10 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष यह बीमा अधिकतम 80 वर्षो तक दिया जाता है। जिसमे बीमित व्यक्ति को न्यूनतम 50 लाख रुपए से लेकर अधिकतम किसी भी अवधि तक बीमा राशि दी जाती है।

2. आईसीआईसीआई प्रिडेंशिएशनल के जरिए दिए जाने वाले आइप्रोटेक्ट के माध्यम से 5 से 85 वर्षो तक और यह बीमा 80 वर्षों तक दिया जाता है। यह बीमा अधिकतम 85 वर्षों तक दिया जाता है।

3. एचडीएफसी लाइफ के द्वारा क्लिक टू प्रोटेक्ट 30 प्लस जो पॉलिसी अवधि के तहत 5 वर्ष से 40 वर्ष तक जो आपको 75 वर्षों तक कवर करता है। इसके तहत कम से कम 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है। और अधिक हो सकता है।

4. एसबीआई लाइफ इशिल्ड के तहत दिए जाने वाले यह आपको 80 वर्षों के लिए दिया जाता है। 35 लाख रुपए तक का बीमा दिया जाता है।

5. मैक्स लाइफ के तहत स्मार्ट टर्म इंश्योरेन्स 10 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है।

जीवन बीमा प्लान

जीवन बीमा एक ऐसी सुविधा है। जिसके तहत आप भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं के लिए पहले से आर्थिक रूप से तैयार होते हैं। जीवन बीमा के द्वारा हम भविष्य में किसी भी होने वाली घटना से होने वाले नुकसान की आर्थिक लागत की भरपाई ले सकते हैं। जीवन बीमा के तहत आपको मृत्यु के पश्चात आपको सहायता दी जाती है।

4. मेडिकल पॉलिसी क्या होती है?

मेडिकल पॉलिसी के तहत आप यदि बीमार हो जाते हैं या कोई आपके साथ दुर्घटना हो जाती है। तो आपको मेडिकल पॉलिसी के तहत आपकी आर्थिक सहायता दी जाती है। यह पॉलिसी के तहत आपको नर्शिंग, उपचार का खर्चा यहां तक कि आपको एंबुलेंस का खर्चा भी दिया जाता है। यह आपको इमरजेंसी में मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराता है।

ऐसे में आपकी बचत राशि सुरक्षित रहती है। और आपको बेहतरीन उपचार भी मिल जाता है। मेडिकल खर्चों से बचने के लिए आप मेडिकल पॉलिसी के अंतर्गत बीमा खरीद सकते हैं।

हेल्थ इंश्योरेंस कितने का होता है?

हेल्थ इंश्योरेंस के तहत आपको मिलने वाली राशि प्रीमियम राशि के साथ साथ आपकी उम्र पर भी निर्भर करता है।
ICICI लॉमबार्ड कंप्लीट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान 20,208 रुपए में दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर केयर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान 21,690 रुपए में दिया जाता है। प्लान को राशि कंपनी के अनुसार होती है। जो की लगभग सभी कंपनियों की समान ही होती है। इन प्लांस के जरिए न्यूनतम दस लाख रुपए तक का बीमा दिया जाता है।

अब हम जानेंगे कि सबसे अच्छा हेल्थ इन्शुरन्स कौन सा है?

सबसे अच्छा हेल्थ इन्शुरन्स कौन सा है?

ये भारत की श्रेष्ठ स्वास्थ्य बीमा कंपनियां हैं। इन कंपनियों से बीमा लेना लाभदायक होता है। ये कंपनियां बीमा के लिए काफी अच्छी

सुविधाएं देती हैं। बीमा लेने से पहले बीमा एजेंट से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें। और विभिन्न कंपनियों के बीमा की तुलना करें। ये आपको सबसे अच्छा हेल्थ इन्शुरन्स लेने में मदद करती है।

सबसे सस्ता हेल्थ इंश्योरेंस कौन सी कंपनी का है?

बहुत सारी कंपनियां सस्ते इंश्योरेंस प्लान देते हैं। हालांकि स्वास्थ्य बीमा सस्ता नहीं होता है। मगर फिर भी अन्य कंपनियों के के मुकाबले में कुछ बीमा कंपनियां सस्ता बीमा प्रदान करती हैं।

एचडीएफसी ईआरजीओ सिल्वर स्मार्ट प्लान के तहत आपको (HDFC ERGO Silver Smart Plan) तीन लाख से 5 लाख तक का sum assured दिया जाता है।

इसके अलावा यूनिवर्सल सोमपो कंप्लीट हेल्थ केयर (Universal Sompo Complete Health Care Individual Essential Plan) के द्वारा दिए जाने वाले बीमा में 3 से 5 लाख तक का sum assured दिया जाता है।

इसके अलावा बहुत सी अन्य कंपनियां है। जिनके द्वारा सबसे सस्ता हेल्थ इंश्योरेंस दिया जाता है।

हेल्थ इन्शुरन्स प्लान फॉर फॅमिली

पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा (family health insurance) योजना एक लागत प्रभावी स्वास्थ्य योजना है। जो आपके पूरे परिवार को एक ही प्रीमियम पर चिकित्सा कवरेज प्रदान करती है। family health insurance. के तहत आप पॉलिसीधारक, पति या पत्नी और चार बच्चों सहित परिवार में अधिकतम छह सदस्यों के लिए कवरेज प्राप्त कर सकते हैं। कुछ पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा योजनाएं आपको अपने माता-पिता या ससुराल वालों को रजिस्टर करने की भी अनुमति देती हैं।

बीमा राशि की पेशकश फ्लोटर आधार पर की जाती है। जिसमें पॉलिसी पर नामांकित ( registred) परिवार के सभी सदस्य शामिल होते हैं। family health insurance से आप अस्पताल में भर्ती होने, अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों के लिए कवरेज का लाभ उठा सकते हैं।

कुछ फ़ैमिली हेल्थ इन्शुरन्स प्लान सम रीइंस्टमेंट का लाभ भी प्रदान करते हैं। जो पॉलिसी अवधि में समाप्त होने की स्थिति में आपकी बीमा राशि को बहाल करने में आपकी मदद करते हैं।

हेल्थ इन्शुरन्स क्यों जरूरी है?

वैसे तो हमारे देश में ऐसा कोई भी नियम नहीं है। जिसके तहत हेल्थ इंश्योरेंस ज़रूरी हो। मगर फिर भी आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस होना चाहिए। क्योंकि हेल्थ इंश्योरेंस आपको भविष्य के मेडिकल खर्चों से बचाता है। महंगी होती हुई मेडिकल फैसिलिटी के कारण आपकी सारी बचत बीमारियों के उपचार में ही चली जाती है।

हेल्थ इंश्योरेंस लेने से आपको भविष्य में किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के वक्त पैसों की मांगने की जरूरत नहीं पड़ती है। कोरोना जैसी महामारी के दौरान दवाइयों की कमी होने के कारण उपचार कराना बहुत मुश्किल हो गया था। ऐसी इमरजेंसी से बचने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस बहुत जरूरी होता है। अब आप समझ गए होंगे की हेल्थ इन्शुरन्स क्यों जरूरी है?

साथियों! अब हम जानेंगे कि हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे क्या है।

हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे

हेल्थ इंश्योरेंस के तहत ग्राहक को एक साल के अंदर तीन से पांच बार किसी भी प्रकार के चेक अप कराने की छूट होती है।

यदि आप बीमार हो

जाते हैं तो आपका एंबुलेंस का खर्च भी हेल्थ इंश्योरेंस के तहत दिया जाएगा।

अस्पताल में होने वाला पूरा खर्च, जैसे की दवाइयां , टेस्ट और चेक अप जेसी सुविधाओं को बीमा के जरिए दिया जा सकता है।

बीमारी के दौरान आपको पैसों की चिंता नहीं होती है। जो आपके जल्दी ठीक होने में मदद करते हैं।

इसके अलावा आपको कैशलैस पेमेंट और इनकम टैक्स में मदद अन्य फायदे हेल्थ इंश्योरेंस के तहत दिए जाते हैं। तो अब आप भी समझ गए होंगे की हेल्थ इंश्योरेंस क्यों जरूरी है। और हेल्थ इंश्योरेंस के क्या क्या फायदे हैं।

आइए अब जानते हैं कि स्टार हेल्थ इन्शुरन्स क्या होता है।

स्टार हेल्थ इन्शुरन्स (Star Health Insurance Kya Hai)

स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी 2006 में इंश्योरेंस बिजनेस में आई थी। और वर्तमान में इंश्योरेंस पॉलिसी कंपनियों में से मुख्य भूमिका निभा रही है। स्टार हेल्थ कंपनी के द्वारा विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस प्रदान किए जाते हैं। स्टार हेल्थ कंपनी से आप हेल्थ इंश्योरेंस ( स्वास्थ्य बीमा इंश्योरेंस) , एक्सीडेंटल, फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस, जनरल और व्हीकल इंश्योरेंस इत्यादि ले सकते हैं। स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के तहत सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बीमा प्लान बनाए गए हैं। और मुख्य भारतीय बैंको के साथ ये मिलकर काम करते हैं। जिसकी वजह से ही स्टार हेल्थ इंश्योरेंस की आज बाजार में इतनी मांग।

बेस्ट हेल्थ इन्शुरन्स कंपनी इन इंडिया

1. स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

2. मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

3. ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

4. रेलिगेयर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

5. अपोलो म्यूनिख स्वास्थ्य बीमा कंपनी लिमिटेड

यह बेस्ट हेल्थ इन्शुरन्स कंपनी इन इंडिया है। इनके अलावा भी कई अन्य कंपनियां हैं। जो आपको बेहतरीन बीमा इंश्योरेंस पॉलिसी देती हैं।

5. वाहन बीमा (Motor Insurance Kya hai)/ मोटर बीमा क्या है?

वाहन बीमा (Motor Insurance) को व्हीकल इंश्योरेंस भी कहा जाता है। वाहन बीमा कार, ट्रक, बस इत्यादि के लिए खरीदा जाता है। वाहन सड़क पर चलते हैं तो उनका जोखिम भी अधिक ही होता है। वाहनों को एक्सीडेंट और चोरी होने का खतरा बना ही रहता है। ऐसे में जरूरी है कि आपके पास वाहन के बीमा हो ।

ताकि आप किसी भी अप्रिय स्थिति में बीमा का फायदा उठा सकें। वाहन बीमा आपके वाहन के एक्सीडेंट में क्षतिग्रस्त होने या चोरी होने या फिर अन्य कोई प्राकृतिक आपदा में आपका वाहन क्षतिग्रस्त हो जाता है। इस स्तिथि में बीमा पॉलिसी के तहत बीमा कंपनी आपके वाहन की नुकसान की भरपाई करेगी।

वाहन इंश्योरेंस पॉलिसी को बहुत सी कंपनियां प्रदान करती हैं। वाहन बीमा (Motor Insurance) को ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है। भारत जैसे देश में संकरी सड़कें और यातायात अधिक होने से एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है। इसलिए वाहन बीमा (Motor Insurance)/ मोटर बीमा का होना आवश्यक हो जाता है।

आपके वाहन के हिसाब से मोटर बीमा निम्नलिखित प्रकार के हो सकते हैं।

हमें उम्मीद है कि आप ab समझ गए होंगे कि वाहन बीमा (Motor Insurance Kya Hai)/  मोटर बीमा क्या है? मोटर बीमा कितने प्रकार

के होते हैं (Insurance Kya Hai Aur Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)? यदि आप बाइक इंश्योरेंस के लिए भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो आप हमारी इसी वेबसाइट पर जाकर पता कर सकते हैं।

वाहन बीमा के प्रकार – Types of Vehicle Insurance

वाहनों का भी बीमा होता है। ये बात आप जानते ही होंगे। आज हम बात करते हैं कि वाहन बीमा के प्रकार – Types of vehicle insurance. वाहनों की कैटेगरी के अनुसार वाहन बीमा तीन प्रकार के होते हैं।

वाहन बीमा के प्रकार (Vehicle Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)?

Car Insurance – कार बीमा

कार बीमा के अंतर्गत बीमा कंपनी आपकी कार की दुर्घटना में हुए नुकसान की भरपाई करती है। आपकी कार को कोई क्षति होती है, तो आपकी कानूनी या आर्थिक सहायता कंपनी के द्वारा दी जाती है।

Two Wheeler Insurance – दोपहिया वाहन बीमा

Two wheeler insurance के तहत आपके दो पहिया वाहन को किसी भी एक्सीडेंट में क्षतिग्रस्त होने पर आपको पैसे संबंधी सहायता दी जाती है। इसमें आपकी बाइक, स्कूटर जैसे यातायात के साधन आते हैं।

Commercial Vehicle Insurance – व्यावसायिक वाहन बीमा

व्यवसायिक वाहन बीमा के अंतर्गत वह परिवहन के साधन आते हैं। जिनका प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन मैं एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए करते हैं। या फिर माल को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते हैं।

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व्यावसायिक साधनों में मुखिया है। बस, ट्रक, टैक्सी, ऑटो, ट्रैक्टर और कंपास इत्यादि। जिनका प्रयोग हमारे दैनिक जीवन में आर्थिक सहायता के लिए या आर्थिक रूप से होता है। Commercial Vehicle Insurance – व्यावसायिक वाहन बीमा कहा जाता है।

दोस्तों, अब आप समझ गए होंगे कि वाहन बीमा के प्रकार कितने होते हैं। और वाहन बीमा के प्रकार के बारे में मुख्य जानकारी मिल गई होंगी।

आइए दोस्तों,. अब जीवन बीमा क्या है (Life insurance Kya Hai) के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार करते हैं। सबसे पहले हम बात करते हैं: स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance). हम जानेंगे कि स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) क्या होता है। और स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) के फायदे क्या क्या है।

कार इन्शुरन्स इन हिंदी

कार इंश्योरेंस भी वाहन बीमा के अंतर्गत आता है। जिसमे कार मालिक को बीमा खरीदने पर कार के किसी भी प्रकार के नुकसान की भरपाई की जाती है। यदि आपकी कार किसी दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो जाती है। या फिर किसी दंगे में जला दी जाती है। या फिर किसी प्राकृतिक आपदा में खतम हो जाती है।

जैसे की बाढ़, भूकंप या फिर किसी अन्य प्रकार से क्षतिग्रस्त हो जाती है। तो आपके नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती है। मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के अनुसार तीसरे पक्ष की देयता बीमा को अनिवार्य (compulsory) किया गया है।

फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस (First Party Insurance Kya Hai) क्या होता है?

First Party Insurance (फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस) जीरो डेप्थ के साथ करवाया जाता है।

फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस में आपको कई सुविधाएं दी जाती हैं। और यह है सबसे अच्छा इंश्योरेंस माना जाता है। क्योंकि फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस लगभग सभी घटनाओं को कवर करता है।

फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस के अंतर्गत यदि आपकी गाड़ी में किसी प्रकार की क्षति होती है। या फिर आपकी गाड़ी में किसी प्रकार का नुकसान होता है। यह जिसकी गाड़ी में आप ने टक्कर मारी है। उसकी गाड़ी में नुकसान होता है, या फिर आपको शारीरिक चोट पहुंचती है। तो कंपनी ही इसके लिए आपको आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।और इसका नुकसान कंपनी को कराना पड़ेगा।

सेकंड पार्टी इंश्योरेंस (Second Party Insurance) क्या होता है?

द्वितीय पक्ष – जिस कार बीमा कंपनी से कार मालिक या First Party कार बीमा खरीदता है। उसे Second Party कहा जाता है। यह Second Party है। जो किसी भी नुकसान या क्षति के मामले में First Party (कार मालिक) की कार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का वादा करती है। यही सेकंड पार्टी इंश्योरेंस (Second Party Insurance) होता है?

Own Damage Policy क्या होती है।

ऑन डैमेज व्हीकल इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत आपको बीमा कंपनी की तरफ से दुर्घटना में हुई नुकसान की भरपाई को ही दिया जाता है। कंपनी आपकी कार में हुए कुल नुकसान की ही भरपाई करती है। इसके अलावा आपको कंपनी की तरफ से कोई अन्य सेवा नहीं दी जाती। इसे (Own Damage Policy) कहा जाता है।

बाइक इन्शुरन्स कितने साल का होता है?

बाइक इंश्योरेंस लोन 5 साल के लिए दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर फ़ोर व्हीलर के लिए ये तीन साल का है। बाइक इंश्योरेंस के तहत आपको एक लाख रुपए तक का मुआवजा दिया जाता है। मोटर वाहन अधिनियमों के तहत बाइक और कार इंश्योरेंस लेना अनिवार्य है। आइए अब जानते हैं कि मोटरसाइकिल का बीमा कैसे चेक करें।

मोटरसाइकिल का बीमा कैसे चेक करें। टू व्हीलर का बीमा कैसे चेक करें?

आप संबंधित कंपनी से संपर्क कर कर भी बीमा पचेक कर सकते हैं। या फिर आप अपने नजदीकी आरटीओ ऑफिस में जाकर भी मोटरसाइकिल का बीमा चेक कर सकते हैं। सबसे आसान यही तरीके है जिनकी मदद से आप मोटरसाइकिल बीमा चेक कर सकते हैं।

मोटरसाइकिल का बीमा कितने का है/ बाइक का इन्शुरन्स कितने में होता है?

Two wheeler insurance online/ बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन कैसे करें/ Bike Ka Insurance kaise Kare in Hindi

आइए दोस्तों जानते हैं कि Two wheeler insurance online/बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन कैसे करें/ Bike Ka Insurance kaise Kare in Hindi. स्टेप बाय स्टेप आपको बताया जाएगा कि किस प्रकार से आप ऑनलाइन इंश्योरेंस केसे कर सकते हैं।

First step

ऑनलाइन इंश्योरेंस सर्च करने के बाद आपको कई कंपनियों के इंश्योरेंस मिल जाएंगे। जिन्हें आप ऑनलाइन ही खरीद सकते हैं।

Second step

अब आपको बाइक के बारे में बेसिक जानकारी देनी होंगी। जैसे की मोटरसाइकिल का मॉडल, निर्माता कंपनी का नाम, ईंजन की क्षमता और रजिस्ट्रेशन का साल आदि।

Third step

यदि आप कंपनी के द्वारा मांगे जा रही प्रीमियम की रकम से संतुष्ट हैं। तो आगे बढ़े।

Fourth step

अब कंपनी के नियम और शर्तों के बारे में बताया जाएगा। जिनको आप ध्यान से पढ़ें यदि आप कंपनी के नियम और शर्तों से सहमत हैं। तो I accept पर क्लिक करें।

Fifth step

अब आपको कंपनी को पेमेंट करना है। पेमेंट करने के तुरंत बाद ही आपका पॉलिसी मोड चालू हो जाता है। अब आप इसका आप प्रिंट ले लें।

इस तरह से आप Two wheeler insurance online/बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन कैसे करें? का हल जान सकते हैं।

कार इन्शुरन्स कितने साल का होता है?

आपको पता ही होगा कि मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अंर्तगत कार खरीदते समय बीमा खरीदना अनिवार्य है। फॉर व्हीलर के लिए तीन साल का बीमा दिया जाता है।

गाड़ी का बीमा कैसे चेक करे/ गाड़ी का इंश्योरेंस चेक करना है

आइए जानते हैं की गाड़ी का बीमा कैसे चेक करे/गाड़ी का इंश्योरेंस चेक करना है। निम्नलिखित तरीके से आप गाड़ी का बीमा चेक कर सकते हैं।

यदि आप अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस चेक करना चाहते हैं तो आप संबंधित कंपनी में कॉल कर कर भी यह जान सकते हैं। या फिर आप नजदीकी कंपनी में जाकर गाड़ी का बीमा चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको गाड़ी का नंबर और पॉलिसी नंबर इत्यादि जानकारी मांगी जाएंगी। इस प्रकार से आप अपनी गाड़ी का बीमा चेक कर सकते हैं।

6. (PMFBY) पीएमएफबीवाई क्या है? फसल बीमा योजना से क्या आशय है?

भारतीय कृषि मानसून के ऊपर निर्भर होने की वजह से कई बार किसानों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती है। जिसके चलते किसानों का बहुत बड़ा नुकसान होता है। किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से छुटकारा दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने पीएमएफबीवाई की शुरुआत की है। जिसके चलते यदि किसी किसान की फसल किसी प्राकृतिक आपदा में खराब हो जाती है।

जैसे कि ओलावृष्टि बाढ़, बारिश तूफान या अन्य कोई प्राकृतिक आपदा तो सरकार की तरफ से किसानों के नुकसान की भरपाई की जाएगी। इस योजना को ही प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना का नाम दिया गया। शॉर्ट में इसे PMFBY) पीएमएफबीवाई भी कहते हैं।

पीएमएफबीवाई के लिए रबी फसलों पर 1.5% प्रीमियम राशि का भुगतान करना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर खरीफ फसलों पर 2% प्रीमियम राशि का भुगतान करना होता है। इस बीमा योजना की प्रीमियम राशि किसानों के हितों को देखते हुए बहुत कम रखी गई है।

मगर यह याद रखना चाहिए फसल की बुवाई के 10 दिन के अंदर ही आपको पीएमएफबीवाई के लिए अप्लाई करना होगा। इसके अलावा भी आपको कई नियम और शर्तें सरकार की माननी होगी।

अगर आप नियम और शर्तें को मानते हुए फॉर्म फिल कर देंगे। तो आपको बीमा दे दिया जाएगा। जिसके अंतर्गत किसी भी प्राकृतिक आपदा में होने वाले फसली नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। यदि यह नुकसान फसल कटाई के 14 दिन के बाद भी होता है। तब भी आप सरकार से भरपाई ले सकते हैं।

फसल बीमा में कितना पैसा मिलता है?

जैसा कि ऊपर बताया

गया की फसल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत. आपको सिर्फ 1.5% प्रीमियम राशि का ही भुगतान करना पड़ता है। इस हिसाब से यदि आप ₹100000 का बीमा कराना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको सिर्फ ₹2000 का ही प्रीमियम खरीदना होगा। अधिकतम आप ₹200000 तक के बीमा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

पीएमएफबीवाई के अंतर्गत कोन कोन सी फसल आती हैं।

जैसा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बताया गया यह बीमा खरीफ और रबी फसलों के लिए लिया जा सकता है। तो अब हमको जानना होगा की खरीफ क्या होती है? खरीफ फसलों में मुख्य रूप से ज्वार, बाजरा, मक्का, तिलहन, दालें, रागी इत्यादि आती हैं।
वहीं दूसरी ओर रबी फसलों के अंतर्गत मुख्य रूप से गेंहू, जौ, चना, सरसो, जई इत्यादि आती है।

आप उपरिलिखित फसलों के लिए प्रधानमंत्री फसल योजना के तहत बीमा ले सकते हैं।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2021

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आप साल में दो बार आवेदन कर सकते हैं। एक बार रबी फसल के लिए और एक बार खरीफ फसलों के लिए। यदि हम बात करें खरीफ फसलों की उसके लिए अभी भी आवेदन प्रक्रिया जारी है। और इसकी अंतिम तिथि 31 अगस्त है।

यदि हम बात करें रबी फसलों की तो इसके लिए आवेदन प्रक्रिया नवंबर दिसंबर में शुरू होती है। 31 दिसंबर तक जारी रहती है। इस समय अवधि के बीच में आप कभी भी. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

इंश्योरेंस का चालान कितने का है?

जैसा कि आपको पता होगा कि मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत इंश्योरेंस खरीदना अनिवार्य है। यदि आपके पास इंश्योरेंस नही है तो आपको 2000 रुपए तक का चालान भरना पड़ सकता है।

ऑनलाइन वाहन बीमा/ वाहन बीमा कैसे करे

यदि आप ऑनलाइन वाहन बीमा खरीदना चाहते हैं। तो आप इस लिंक के माध्यम से Insurance जान सकते हैं। इसमें विस्तार से बताया गया है कि आप किस प्रकार से ऑनलाइन वाहन बीमा खरीद सकते हैं।

bajaj mobile insurance

जैसे की हम पहले भी डिस्कस कर चुके हैं कि फोन पर भी इंश्योरेंस सुविधा दी जाती है। आप बजाज फिनसर्व की सहायता से मोबाइल इंश्योरेंस खरीद सकते हैं। जिसमे आपको किसी दुर्घटना के समय मोबाइल टूट जाने पर कंपनी की तरफ से या तो नया फोन दिया जाता है। या फिर आपके फोन की reappearing कराई जाती है। इसके साथ साथ ही आपको zee5 का सब्सक्रिप्शन भी एक साल के लिए फ्री में दिया जाता है।

7. 3rd Party Bike Insurance Kya Hai (3rd Party Bike Insurance Means)

तृतीय-पक्ष देयता बीमा एक मूल कवर प्रदान करता है। यह तीसरे पक्ष की शारीरिक चोटों और उनके वाहन को हुए नुकसान से होने वाले नुकसान से बचाता है। मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के अनुसार तीसरे पक्ष की देयता बीमा को अनिवार्य (compulsory) किया गया है। इस इंश्योरेंस पॉलिसी में तीसरा आदमी (थर्ड पार्टी) शामिल होता है। जो आपकी कार से हुई दुर्घटना में घायल होता है। यह प्रत्यक्ष रूप से इंश्योरेंस कर्ता के लिए कोई लाभ नहीं देता।

ओन डैमेज केवल व्हीकल को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए जो पॉलिसी

खरीदी जाती है, उसे ओन डैमेज (Own Damage Policy) कहा जाता है. इसमें बीमा कंपनी कार को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देती है.

3rd Party Bike Insurance Benefits

मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अंतर्गत आपके पास इंश्योरेंस होना अनिवार्य है। इंश्योरेंस ना होने की स्तिथि में आपको दो हजार रूपए चालान के रूप में जुर्माना भरना पड़ सकता है।

यह आपके वाहन से एक्सीडेंट होने वाले अन्य व्यक्ति की मेडिकल सुविधा के लिए पैसे देता है। जो आपको नहीं देना पड़ता। जिससे आप बेफिक्र हो सकते है। और आपकी बचत का हिस्सा भी बचा ही रहेगा।

3rd party bike insurance के लिए आपको किसी लंबी चौड़ी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता है।

प्रीमियम राशि अन्य से थोड़ी जायदा होती है। मगर फिर भी इसके फायदों के देखकर, यह बहुत जरूरी ही होता है।

3rd party bike insurance के तहत आप 7,50000 तक का बीमा इंश्योरेंस ले सकते हैं।

तो दोस्तों देखा आपने 3rd party bike insurance के क्या क्या फायदे होते हैं।

8. Check Vehicle Insurance Status Online

बीमा कैसे चेक करें

1. mParivahan App की सहायता से आप insurance status online जान सकते हैं।
2. Vaahan Portal की मदद से insurance status online का पता लगा सकते हैं।
3. इंश्योरेंस कंपनी/ब्रांच ऑफिस से संपर्क करके
4. RTO office में जाकर भी insurance status देखा जा सकता है।
5. IIB Portal की मदद से भी चेक किया जा सकता है।

ऊपर दिए गए तरीकों से आप किसी भी प्रकार से स्टेटस पता कर सकते हैं। इसके बारे में इसी विषय पर विस्तार से बताया है।

बीमा के सिद्धांत

बीमा के छः सिद्धांत हैं। जिन्हें पूरा किया जाना चाहिए। बीमा योग्य हित, (insurable interest). अत्यंत अच्छा विश्वास, (Utmost good faith) निकटतम कारण, (proximate cause). क्षतिपूर्ति, (indemnity) प्रस्थापन (subrogation) और योगदान। (contribution.)

सबसे अच्छा बीमा कौन सा है?

भारतीय जीवन बीमा निगम आपको 80 वर्षो तक इंश्योरेंस की सुविधा देता है।

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इन्शुरन्स अधिकतम 85, से 99 वर्ष का बीमा प्रदान करता है।

एसबीआई लाइफ इन्शुरन्स 75/80 तक आपको बीमा सुविधा देता है।

एचडीएफसी लाइफ इन्शुरन्स 85, पूरे जीवन तक बीमा प्रदान करता है।

Conclusion (Insurance Kya Hai)

इस आर्टिकल में हमने “जीवन बीमा क्या है (Life Insurance Kya Hai)? बीमा कितने प्रकार के होते हैं (Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain)?” से संबंधित तमाम पहलुओं पर चर्चा की और आपको बताया कि किस प्रकार आप इंश्योरेंस

करा सकते हैं। और इंश्योरेंस कराने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। इस पोस्ट में आपको हर प्रकार के इंश्योरेंस के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।

उम्मीद करते हैं कि आपको यह पोस्ट जानकारी से भरपूर लगा हो। पोस्ट को लिखते समय पूरी सावधानी बरती गई है। फिर भी कहीं वर्तनी संबंधित या आंकड़े संबंधित कोई गलती हो उसके लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं।

यदि आपको यह पोस्ट जानकारी की दृष्टि से महत्वपूर्ण लगी. हो तो यह जानकारी अपने दोस्तों तक जरूर पहुंचाएं। ताकि वह भी बीमा संबंधित अपने सवालों का हल पा सके। ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए बने रहे हमारे साथ आप किसी भी प्रकार का कोई लोन लेना चाहते हो तो भी आप हमारी वेबसाइट पर जाकर पढ़ सकते हैं।

यदि आपको इस आर्टिकल में कोई बात समझ नहीं आ रही हो. तो आप हमें कमेंट सेक्शन में हो सकते हैं। जल्दी ही आप को हमारी तरफ से उसका जवाब दिया जाएगा। यदि आपके मन में हमारी पोस्ट से संबंधित कोई टिप्पणी या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। धन्यवाद।

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